आप भारतीय ट्रेन के डिब्बों को जो अलग-अलग रंगों में देखते हैं। इन्हें यूं ही नहीं रंग दिया जाता हैं। बल्कि इन डिब्बों के अलग-अलग रंग होने के पीछे कुछ विशेष कारण होते हैं। ट्रेन के डिब्बों का रंग हरा, नीला, लाल इत्यादि होने के क्या कारण है? Why train colour is blue or red in hindi? की जानकारी आपको इस पोस्ट में मिलने वाली हैं।
भारतीय लोगों के लिए Train यातायात का एक बहुत ही प्रमुख साधन हैं। ज्यादातर भारतीय कही भी जाने के लिए ट्रेन से ही सफर करना पसंद करते हैं। आपको जान कर ख़ुशी होगी की Indian Railway दुनिया का चौथा सबसे बड़ा रेल नेटवर्क हैं। लेकिन क्या आपने कभी यह गौर किया है कि आखिर ट्रेन के डिब्बे अलग-अलग रंगों के क्यों होते हैं। डिब्बों पर धारियां क्यों बनी होती हैं?
दरअसल Indian Railway यात्रा के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए ट्रेन के डिब्बे में कुछ न कुछ बदलाव करती रहती हैं। जैसे की शौचालयों को बायो-टॉयलेट में बदलना, मोबाइल चार्जिंग पॉइंट देना, आरामदायक सीटें उपलब्ध करना इत्यादि. ट्रेन के डिब्बे का रंग बदलना भी यात्रियों के अनुभव को सुखद बनाने के लिए Railway के प्रयासों का ही एक हिस्सा हैं।
ट्रेनों के डिब्बों का अलग-अलग रंग कोच के डिज़ाइन और उनकी अलग-अलग विशेषताओं के आधार पर तय किया जाता है। आइए जान लेते है की ट्रेन के डिब्बे हरा, नीला और लाल रंग के क्यों होते है? Why train colour is blue or red in hindi?
ट्रेन के डिब्बों का रंग लाल, नीला और हरा क्यों होता है?
Integral Coach Factory (ICF) स्वतंत्र भारत की शुरुआती उत्पादन इकाइयों में से एक हैं। इसका उद्घाटन भारत के first Prime Minister Pandit Jawaharlal Nehru ने 2 Oct, 1955 को किया था। उसके बाद में 2 Oct, 1962 को Furnishing Division का उद्घाटन किया गया। जिसके कारण सुसज्जित कोचो का उत्पादन लगातार बढ़ता चला गया। ट्रेन के डिब्बों के अलग-अलग रंग होने के निम्न कारण हैं।
लाल रंग के कोच होने का कारण
लाल रंग के कोच को Linke Hofmann Busch (LHB) के नाम से जाना जाता हैं। दरअसल वर्ष 2000 में ये coaches जर्मनी से भारत लाए गए थे। लेकिन वर्तमान समय में ये coach पंजाब के कपूरथला में बनाए जाते हैं।
इन coaches की ख़ास बात यह है की ये डिब्बे Stainless Steel के बने होते हैं तथा इनके आंतरिक भाग Aluminum से बने होते हैं। इस वजह से ये डिब्बे हलके होते हैं। इसी कारण से ये 200 km प्रति घंटा की रफ्तार तक भागते हैं। इन coaches में Disc Brake भी होते हैं।
तेज़ गती से चलने के कारण इस तरह के coaches का उपयोग Rajdhani, Shatabdi जैसी Train में किया जाता हैं। ऐसा कहा जा रहा है कि अब सभी trains में इन coaches को इस्तेमाल करने की योजना चल रही हैं।
नीले रंग के कोच होने का कारण
यदि आपने गौर किया होगा, तो पाया होगा की ज्यादातर trains के coaches नीले रंग के होते हैं। दरअसल इस तरह के Coaches को ICF कोच कहते हैं। इन coaches का इस्तेमाल Mail Express या Superfast Trains में किए जाते हैं।
ICF का पूरा नाम “इंटीग्रल कोच फैक्ट्री” हैं। इस तरह के Coaches पारंपरिक यात्री कोच हैं। इनका इस्तेमाल भारत में अधिकांश Main-Line Trains में किए जाते हैं।
इन coaches का design 1950 के दशक में Swiss Car & Elevator Manufacturing Co, Schlieren, Switzerland के सहयोग से ICF, Perambur, Chennai में भारत द्वारा develop किया गया था।
ऐसा कहा जा रहा गई की Indian Railway का इरादा है की ICF Coaches को चरण बद्ध तरीके से हटाकर उनको नए LHB Coaches में परिवर्तित कर दिया जाए।
हरे रंग के कोच होने का कारण
हरे रंग के Coaches का इस्तेमाल Garib Rath Train में किया जाता हैं। पहले Narrow-gauge (नैरो-गेज) पटरियों पर चलने वाली trains में हरे रंग के डिब्बों का इस्तेमाल किया जाता था। लेकिन वर्तमान समय में भारत ने लगभग सभी route पर Narrow-gauge को बंद कर दिया गया हैं।
भूरे रंग के कोच होने का कारण
Metre gauge (मीटर गेज) वाली trains में भूरे रंग के Coaches का इस्तेमाल किया जाता हैं। अब आप समझ गए होगे की Why train colour is blue or red in hindi? आइए अब ट्रेन के डिब्बों पर बने धारियों के बारे में जान लेते हैं।
ट्रेन के डिब्बों पर धारियाँ क्यों बनी होती है?
आपने Train के डिब्बों पर अलग-अलग रंगों की धारियां बनी देखी होगी. दरअसल इन धारियों का कुछ खास मतलब होता हैं। आइए जानते है की ये धारियाँ किस प्रकार का संकेत देती हैं।
कुछ Coaches के अंतिम खिड़की के ऊपर कई तरह के paint किए होते हैं. जिसे देखने पर वे दूसरे कोच से अलग दिखते हैं। उदाहरण के लिए मान लीजिए, यदि नीले रंग के डिब्बे की खिड़कियों पर सफेद रंग का paint हैं। तो इसका मतलब यह हुआ की वह Coach Unreserved second class की श्रेणी का Coach हैं।
इसके अलावा यदि Gray colour के कोच में हरे रंग की खिड़कियां हैं। तो इसका मतलब यह हुआ की वह Coach केवल महिलाओं के लिए आरक्षित (reserved) हैं।
इसके उलट, यदि आपको Gray colour के डिब्बों पर लाल रंग की धारियां दिखें। तो समझ लीजिएगा ये EMU/MEMU ट्रेनों में First class (प्रथम श्रेणी) के केबिनों को दर्शाती हैं. Mumbai, Local Trains के लिए पश्चिम रेलवे इन दोनों तरह की धारियों का उपयोग करती हैं।
उम्मीद करते है, अब आप समझ गए होगे की ट्रेन के डिब्बे हरा, नीला और लाल रंग के क्यों होते है? Why train colour is blue or red in hindi? यदि आपको यह जानकारी पसंद आई हो। तो आप इस लेख को अपने चाहने वालों के साथ social media sites पर जरूर शेयर करें। धन्यवाद.
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